#fakecases #falserape More than half of rape cases are false
एक तरह से दो वर्ष के अंतराल में ही दुष्कर्म के मामले 80 फीसदी बढ़ गए।
महिलाओं की अस्मिता दांव पर
दुष्कर्म के मामलों में जो झूठी कहानियां निकली है, उनकी हकीकत चौंकाने वाली है। अधिकांश झूठे मामलों की कहानी यह है कि पारिवारिक रंजिशों में महिलाओं की अस्मिता दांव पर लगाई गई है। जमीन-जायदाद के विवादों से लेकर छोटी-बड़ी निजी कलहों को दुष्कर्म के झूठे मामलों में उलझाया गया।
मुफ्त में बदनाम हो गए
दुष्कर्म के जो मामले थानों में दर्ज होते हैं, उसमें महिलाओं की पहचान उजागर नहीं होती। लेकिन दुष्कर्म के आरोपितों की पहचान सार्वजनिक हो जाती है। झूठे मामलों में सबसे ज्यादा तकलीफ आरोपितों को ही हुई। उन्हें मुफ्त में ही बदनामी मिल गई। वे पाक साफ होते हुए भी समाज में बदनाम हुए।
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